अगले हफ्ते 4 नए IPO का मौका, 11 कंपनियों की लिस्टिंग से बाजार में हलचल
साल 2024 के खत्म होने में अब सिर्फ दो हफ्ते बाकी हैं, और इस दौरान शेयर बाजार में हलचल तेज होने वाली है। अगले हफ्ते 4 नए IPO लॉन्च हो सकते हैं, जो निवेशकों के लिए अच्छा मौका साबित हो सकते हैं। इन IPOs में बड़ी और मंझोली कंपनियां शामिल हैं, जो आमतौर पर लिस्टिंग के समय अच्छा मुनाफा देती हैं।
इसके अलावा, अगले हफ्ते 11 कंपनियों के शेयरों की लिस्टिंग भी होने वाली है। IPO में निवेशकों का मुख्य आकर्षण लिस्टिंग गेन होता है। लिस्टिंग के दिन शेयर की कीमत इश्यू प्राइस से ऊपर जाने की उम्मीद रहती है, जिससे निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है। हालांकि, SME बोर्ड के IPO में निवेश थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन अगर कंपनी का प्रदर्शन अच्छा रहा, तो मुनाफा भी ज्यादा हो सकता है।
बाजार की चाल पर क्या होगा असर?
शेयर बाजार की दिशा पर वैश्विक और घरेलू कारकों का असर देखने को मिलेगा।
- अमेरिकी बाजार का प्रदर्शन और फेडरल रिजर्व की नीति भारतीय बाजार को प्रभावित कर सकती है।
- मुद्रास्फीति (Inflation) के ताजा आंकड़ों पर भी निवेशकों की नजरें होंगी, जो सोमवार को जारी हो सकते हैं।
- विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेश (FII और DII) का फ्लो भी बाजार को ऊपर-नीचे कर सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अगली बैठक अहम रहेगी। इस बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है। फेड की नीतियों पर बाजार की नजर बनी रहेगी, क्योंकि इसका असर भारतीय निवेशकों के फैसलों पर पड़ेगा।
ईपीएफओ ग्राहकों के लिए बड़ी सुविधा
ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) भी एक नया कदम उठाने की तैयारी में है। जल्द ही कर्मचारियों को पीएफ का पैसा सीधे एटीएम से निकालने की सुविधा मिल सकती है।
- अभी पीएफ के पैसे बैंक खाते में आने में 7-10 दिन लगते हैं।
- ईपीएफओ एक नए सिस्टम पर काम कर रहा है, जिसमें कर्मचारियों को स्पेशल कार्ड दिए जाएंगे।
- इस कार्ड से कर्मचारी पीएफ के पैसे सीधे एटीएम से निकाल पाएंगे।
इस कदम से ईपीएफओ के 7 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को फायदा होगा और उन्हें अपने पैसे निकालने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
कुल मिलाकर
अगले हफ्ते शेयर बाजार में 4 नए IPO और 11 लिस्टिंग के साथ हलचल मच सकती है। निवेशकों को IPO के जरिए मुनाफे का मौका मिल सकता है। इसके अलावा, ईपीएफओ की नई सुविधा भी कर्मचारियों के लिए राहतभरी खबर है। बाजार की दिशा के लिए वैश्विक नीतियां, मुद्रास्फीति के आंकड़े और निवेशकों का मूड अहम भूमिका निभाएंगे।