भारतीय निवेशक Saurabh Mukherjea की शानदार रणनीतियां
Saurabh Mukherjea का नाम निवेश की दुनिया में बड़े सम्मान से लिया जाता है। उनकी सोच और पोर्टफोलियो से हर निवेशक को सीखने को मिलता है। FY25 में उनके Little Champs Portfolio ने 17.6% रिटर्न दिया, जबकि Rising Giants Portfolio ने 25% का शानदार प्रदर्शन किया।
इस सफलता का राज
Saurabh Mukherjea का कहना है कि उनकी पोर्टफोलियो कंपनियों की आय बढ़ने और सही समय पर रणनीतिक बदलाव करने से ये नतीजे मिले। उनकी कंपनी Marcellus Investment Managers निवेशकों के बीच हमेशा चर्चा में रहती है।
आइए जानते हैं, उन्होंने हाल ही में कौन-से स्टॉक्स खरीदे और क्यों:
1. Ahluwalia Contracts
Saurabh Mukherjea ने अपने Rising Giants Portfolio में इस निर्माण कंपनी को जोड़ा है। यह रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट, हॉस्पिटल और शैक्षणिक संस्थानों जैसे प्रोजेक्ट्स पर काम करती है।
खरीदने की वजह:
- अगले 3-5 सालों में निर्माण क्षेत्र में बूम की संभावना।
- सरकार और प्राइवेट सेक्टर से नए प्रोजेक्ट्स मिलने की उम्मीद।
- मजबूत बैलेंस शीट और बिना कर्ज वाली स्थिति।
- बीते 10 वर्षों में 24.9% औसत ROCE।
- FY24 में ₹38.6 बिलियन का रेवेन्यू और ₹3.4 बिलियन का मुनाफा।
कंपनी ने Larsen & Toubro जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ काम किया है। FY25 में ₹70 बिलियन के नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
2. Clean Science & Technology (CSTL)
CSTL को उन्होंने अपने Little Champs Portfolio में शामिल किया है। यह कंपनी केमिकल मैन्युफैक्चरिंग में ग्लोबल लीडर है, और इसके प्रोडक्ट्स फार्मा, कॉस्मेटिक्स, और पैकेज्ड फूड इंडस्ट्री में इस्तेमाल होते हैं।
खरीदने की वजह:
- मालिकाना (Proprietary) मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस, जो ज्यादा उत्पादन और कम वेस्ट देती है।
- तकनीकी रूप से उन्नत प्रोडक्ट्स, जैसे HALS (Hindered Amine Light Stabilisers)।
- बीते 5 वर्षों में 15% का रेवेन्यू CAGR और 20% का PAT CAGR।
- औसत 43% प्री-टैक्स ROCE।
हालांकि, कंपनी को इनपुट कीमतों और प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इसका इनोवेटिव प्रोडक्ट पोर्टफोलियो इसे टिकाऊ बनाए रखेगा।
कौन-सा स्टॉक छोड़ा और क्यों?
Eureka Forbes
Rising Giants Portfolio से Eureka Forbes को हटा दिया गया।
वजह:
- पानी शुद्धिकरण के बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा।
- A.O. Smith और PureIT जैसे बड़े ब्रांड्स के आने से चुनौतियां।
- एसेसरीज़ और सर्विस सेगमेंट में गिरावट।
- शेयर मूल्य में 30% की वृद्धि के बाद संभावनाएं सीमित दिखीं।
FY24 में कंपनी का राजस्व ₹21.9 बिलियन और मुनाफा ₹915 मिलियन रहा। लेकिन आगे बढ़ने के लिए कंपनी को नई रणनीतियों की जरूरत है।
सीख:
Saurabh Mukherjea की रणनीति हमेशा लंबे समय और मजबूत फंडामेंटल्स पर आधारित होती है। हालांकि, उनकी पोर्टफोलियो स्ट्रैटेजी को कॉपी करना आकर्षक लग सकता है, लेकिन हर निवेशक को अपने लक्ष्यों और जोखिम क्षमता को ध्यान में रखकर फैसले लेने चाहिए।